खजुरिया में पैदा हुआ ;
एक चमकता सितारा था ।
क्रिकेटर बनना चाहता था ;
पर गरीबी का वो मारा था ।
N.S.D में फिर दाखिला लिया ;
कड़ी मशक्कत से फिर काम किया ।
नाकामी मिली इनको फिर भी ;
हार न मानने का, निश्चय इन्होंने किया ।
अपने मित्र का फिर साथ मिला ;
'The Warrior' में इन्हें उन्होंने काम दिया ।
उनके इस निर्णय ने मानो ;
एकदम इनकी दुनिया को मोड़ दिया ।
फिर नाम मिला, पहचान मिला ;
फिल्मी दुनिया में अपना स्थान मिला ।
मेहनत करने से न फिर भी इन्होंने ;
कभी मुँह मोड़ लिया ।
भारत ही नही पूरी दुनिया के ;
लोगों के दिल में इन्होंने अपने नाम किया ।
भारत और विदेशी फिल्मो के ;
बीच का यह एक पूल बने ।
कमर्शियल और नॉन-कमर्शियल दोनों ही ;
बागों के, यह अनमोल फूल बने ।
मर कर भी अमर अपना ;
है इन्होंने अपना नाम किया ।
दिन-रात लगन से काम किया ;
दुनिया को अपना इरफान दिया ।
दुनिया को अपना इरफान दिया ।।